पितृपक्ष में शिक्षकों ने बुजुर्गों और दिव्यांग बच्चों को स्वल्पाहार कर दी सेवा की मिसाल
विदिशा। पितृपक्ष के अवसर पर शिक्षा विभागीय गौ सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण सेवा समिति ने समाज सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। समिति के नोडल ऑफिसर विजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आज श्री हरि वृद्ध आश्रम में और दिव्यांग बच्चों के बीच स्वल्पाहार वितरित कर पितरों की स्मृति में श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया और डॉ. सुपार्श्व का जन्मदिन भी मनाया गया, जिन्होंने हाल ही में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाया है।
श्री हरि वृद्ध आश्रम में सेवा कार्य का आयोजन
कार्यक्रम में वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों और दिव्यांग बच्चों के बीच प्रेमपूर्वक भोजन वितरित किया गया। सेवा के दौरान सभी ने गीत-भजन प्रस्तुत कर आनंद लिया। समाज सेवा के इस आयोजन ने उपस्थित सभी को प्रेरित किया कि सेवा ही जीवन का सबसे बड़ा धर्म है।
डॉ. सुपार्श्व का जन्मदिन मनाकर दी शुभकामनाएं
डॉ. सुपार्श्व को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। उन्हें फूलमालाओं से स्वागत किया गया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। यह आयोजन युवाओं में शिक्षा के साथ सेवा भावना का संचार कर रहा है।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में सराहना
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर पालिका उपाध्यक्ष संजय दिवा कीर्ति रहे। विशिष्ट अतिथियों में डाइट प्राचार्य, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी. राठी, सेवानिवृत्त प्राचार्य बी.के. जैन, मुकेश खरे, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य के. सिंह सहित अनेक शिक्षकों ने भाग लिया।
राठी सर ने शिक्षकों की निस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य समाज में सेवा की भावना को मजबूत करेगा। प्राचार्य के सिंह ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि वे शैक्षणिक कार्यों के साथ गौ सेवा, नर सेवा और नारायण सेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाएं।
मुख्य अतिथि संजय दिवा कीर्ति ने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि पितृपक्ष में सेवा करना पूर्वजों के संस्कारों का सम्मान है।
समाज सेवा में शिक्षकों का योगदान
कार्यक्रम में समिति के सदस्य जैसे अरविंद अवस्थी, उमेश ताम्रकार, ज्ञान चंद जैन, दीपक जैन, मनमोहन सोनी, शालिकराम शर्मा, नरेश किरार, भूपेंद्र रघुवंशी, मनोज माली, कमल सिंह, सुरेंद्र राठौर, रामशरण, हरिहर चतुर्वेदी, झलखन सिंह, बृजेश बबेले, श्रीमती शिवराज सिंह सूर्यवंशी, प्रदीप निगम, खुशीलाल चौकसे, अनिल दीवान, लल्लू सिंह, चरण सिंह, कृष्ण कुमार आदि ने सेवा कार्य में सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम का संचालन विजय कुमार श्रीवास्तव ने किया और सभी ने मिलकर सेवा कार्य को सफल बनाया।
तीन वर्षों से सेवा कार्य जारी
समिति पिछले तीन वर्षों से दिव्यांग बच्चों और बुजुर्गों की सेवा में निरंतर कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त श्री गोपाल कृष्ण गौशाला, विदिशा में समाज सेवियों के साथ मिलकर 20 किलो गुड़, एक क्विंटल दलिया, और गौ माता के लिए ग्रास प्रदान कर रही है। यह सेवा सोमवती अमावस्या तक निरंतर जारी रहती है।
युवाओं से सेवा में आगे आने का आह्वान
समाजसेवी अरुण अवस्थी ने बताया कि समिति परिवारों में जन्मदिन, पुण्यतिथि, महापुरुषों की जयंती, राष्ट्रीय पर्व और अन्य आयोजनों पर सेवा कार्य करती रही है।
सेवानिवृत्त प्राचार्य वी.के. जैन ने शिक्षकों की निस्वार्थ सेवा की सराहना की, जबकि मुकेश खरे ने युवाओं से आगे आकर सेवा कार्य में सहयोग देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का समापन अरविंद अवस्थी द्वारा आभार व्यक्त कर किया गया।
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